Saturday, August 24, 2019

विजय पथे चाल रे सत्य पथे चाल रे


विजय पथे चाल रे
सत्य पथे चाल रे
देश र आह्वान .. देश र आह्वान। ..

शक्त करि मांसपेशी हाते धरि साज रे
कंठु झरू विजय र गान ||

गंगा बहे जेउँ देशरे
हिमालय मुकुट शिरे
सागर लोटे रे
जाहार पय रे
रख सेही देश र मान  ||

जेउँ देश बुकुर परे
देवतांक  आशीष झरे
सत्य बल रे , धर्म  बल रे
रख सेही देश र मान  ||

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