*पूज्य माँ की अर्चना का एक छोटा उपकरण हूँ*
पूज्य माँ की अर्चना का एक
छोटा उपकरण हूँ.....|| ध्रु ||
उच्च है वह शिखर देखो,
मैं नहीं वह स्थान लूँगा,
और चित्रित भित्तिका है,
मैंनहीं शोभा बनूंगा,
पूज्य है यह मातृ मंदिर,
नींव का मैं एक कण हूँ..
पूज्य माँ की अर्चना का,
एक छोटा उपकरण हूँ.. ||१||
मुकुट माँ का जगमगता,
मैं नहीं सोना बनूँगा,
जगमगाते रत्न देखो ,
मैं नही हीरा बनूँगा,
पूज्य माँकी चरण रजका,
एक छोटा धूलिकण हूँ...
पूज्य माँ की अर्चना का,
एक छोटा उपकरण हूँ.. ||२||
आरती भी हो रही है,
गीत बनकर क्या करूँगा,
पुष्प माला चढ़ रही है,
फूल बनकर क्या करूँगा,
मालिका का एक तन्तु,
गीत का मैं एक स्वर हूँ,
पूज्य माँ की अर्चना का एक
छोटा उपकरण हूँ..||३||
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