युग परिवर्तन करने
युग परिवर्तन करने को अब
ध्येय मार्ग पर चलना है ।
विश्व पटल पर भरत माँ का,
फिर से शौर्य दिखाना है,
फिर से शौर्य दिखाना है ||
समय चलेगा अपने ढंग से,
अविचल गती अपनाना है,
ग्राम नगर और डगर डगर में,
भक्ती भाव प्रकटाना है,
हृदय धरा पर भारत मा का ,
उज्वल चित्र बनाना है,
उज्वल चित्र बनाना है,||
कुरुक्षेत्र में गीत सुन जो ,
अर्जुन थेकटी बद्ध हुए,
षख स्थल पर उसि रीत से
नव भारत निर्माण करें
स्नेह भरे भावों से पुनरपि
अर्पण भाव जगान है,
अर्पण भाव जगाना है ||
केशव माधव के स्वप्नों को
पूर कर दिखलना है,
संघ शक्ती के द्वारा जग को ।
दर्शन भव्य कराना है,
हिन्दु और हिन्दुत्व भाव से
भगवा ध्वज फहेराना है,
भगवा ध्वज फहेराना है, । ||
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