Sunday, August 25, 2019

घरों घरों में बने जीजा और घर घर मे शिवराय

घरों घरों में बने जीजा और घर घर मे शिवराय
केशव का वह हिन्दू राष्ट्र का वचन व्यर्थ ना जाये।
त्याग तपस्या बलिदानों से स्वाधीनता पायी बरसों से,
स्वधर्म की दयनीय अवस्था, बस अब सही ना जाये,

हिन्दू धर्म के विविध पंथ है, कोटि संत कोटि महंत है।
हम सबका बस एक सूत्र हो एक सभी की राय।

हम हिन्दू है देश हमारा, रामकृष्ण का मिला सहारा।
ध्येय साधना डगर मिली है, मंजिल तक पहूँचाय।

No comments:

Post a Comment